वक्त

हिसाब बराबरी का था,
कभी हमने वक्त बर्बाद किया तो कभी वक्त ने हमें बर्बाद किया।।

22 thoughts on “वक्त

  1. एक ऐसा व्यंग्य, जिसे हमलोग हमेशा सुनते रहते हैं। परन्तु आपका तरीका बेहद प्रभावशाली है।

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